TimeScroll chapter 10 To 12
TimeScroll – अध्याय 10: समय की परिक्रमा अध्यक्ष 10: समय की परिक्रमा अर्विंद को अब समय की परिक्रमा करने का मौका मिला था। यह वह समय था जब उसे समय की गहरी परतों को समझने का अवसर मिला। उसने महसूस किया कि समय का चक्र कभी स्थिर नहीं होता, बल्कि यह लगातार बदलता रहता है। अब उसका लक्ष्य था इस चक्र को पूरी तरह से समझना और उसे नियंत्रित करना। समय की परिक्रमा करते हुए, अर्विंद को कई अहम घटनाओं का सामना करना पड़ा। उसने देखा कि समय की परिक्रमा सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि एक प्रक्रिया थी, जिसमें उसे अपने निर्णयों और रास्तों का ध्यान रखना था। वह जानता था कि समय की परिक्रमा उसे नई समझ और शक्ति दे सकती है, लेकिन इसके लिए उसे अपनी इच्छाशक्ति और साहस से काम लेना होगा। अब अर्विंद के सामने सवाल था – क्या वह समय की परिक्रमा पूरी कर पाएगा, या फिर वह इस चक्र में फंसकर समय के गहरे रहस्यों में खो जाएगा? समय की परिक्रमा में एक नया मोड़ था, जो अर्विंद को और भी गहरे राज तक पहुंचने में मदद करेगा। ← पिछले अध्याय ...